Shiv chaisa Options

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।

अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल Shiv chaisa भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

The figured out kinds notice the Trayodashi (thirteenth lunar day) quick, They Shiv chaisa meditate and accomplish the sacred fire ceremony. They observe the Trayodashi quickly consistently, To ensure that their bodies keep on being no cost from afflictions.

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

लिङ्गाष्टकम्

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